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तुंगनाथ मंदिर: हिमालय की चोटी पर स्थित भगवान शिव का निवास | तुंगनाथ मंदिर विश्व का सबसे ऊँचा शिव मंदिर

 

तुंगनाथ मंदिर: हिमालय की चोटी पर स्थित भगवान शिव का निवास | तुंगनाथ मंदिर विश्व का सबसे ऊँचा शिव मंदिर

तुंगनाथ मंदिर: हिमालय की चोटी पर स्थित भगवान शिव का निवास

तुंगनाथ मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पंच केदारों में से एक है। यह मंदिर समुद्र तल से लगभग 3,680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिरों में से एक है।

क्यों है तुंगनाथ मंदिर खास?

पौराणिक महत्व: मान्यता है कि पांडवों ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया था। यहां भगवान शिव के भुजा रूप की पूजा की जाती है।

प्राकृतिक सौंदर्य: मंदिर के आसपास का दृश्य बेहद खूबसूरत है। बर्फ से ढके पहाड़, घने जंगल और नीला आसमान यहां आने वाले हर व्यक्ति को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

धार्मिक महत्व: हिंदू धर्म में तुंगनाथ मंदिर का विशेष महत्व है। यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगती है।

तुंगनाथ मंदिर का इतिहास

मंदिर के निर्माण के बारे में कई किंवदंतियां प्रचलित हैं। एक किंवदंती के अनुसार, पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए यहां तपस्या की थी। भगवान शिव प्रसन्न होकर पांडवों के सामने भुजा रूप में प्रकट हुए थे। पांडवों ने भगवान शिव की इसी भुजा का पूजन करने के लिए इस मंदिर का निर्माण करवाया था।

तुंगनाथ मंदिर कैसे पहुंचें?

तुंगनाथ मंदिर पहुंचने के लिए आपको ऋषिकेश या देहरादून से रोड मार्ग से चमोली जाना होगा। चमोली से आप जीप या टैक्सी द्वारा तुंगनाथ पहुंच सकते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको पैदल चलना होगा।

तुंगनाथ मंदिर यात्रा के लिए आवश्यक चीजें

  •  गर्म कपड़े
  •  ट्रेकिंग शूज
  •  टॉर्च
  •  पानी की बोतल
  •  पहचान पत्र
  •  कैमरा

तुंगनाथ मंदिर यात्रा का सबसे अच्छा समय

तुंगनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून और सितंबर से नवंबर के बीच होता है। इस दौरान यहां का मौसम सुहावना रहता है।

तुंगनाथ मंदिर में क्या करें?

  •  मंदिर में दर्शन करें
  •  आसपास के क्षेत्र में ट्रेकिंग करें
  •  प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लें
  •  स्थानीय संस्कृति का अनुभव करें


तुंगनाथ मंदिर यात्रा के दौरान सावधानियां

 * ऊंचाई पर होने के कारण यहां सांस लेने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है।

  •  यात्रा के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
  •  स्थानीय लोगों की सलाह का पालन करें।
  •  कूड़ा-करकट न फैलाएं।

तुंगनाथ मंदिर एक ऐसा स्थान है जहां आप प्रकृति और आध्यात्मिकता का अनुभव कर सकते हैं।

अन्य जानकारी तुंगनाथ मंदिर की

तुंगनाथ भगवान् शिव का सबसे ऊंचाई 3,680 mtr (12,073 ft) पर स्थित मंदिर है। पंचकेदारों में केदारनाथ के बाद इसका दूसरा स्थान है। तुंगनाथ का अर्थ है पर्वतों का राजा। तुंगनाथ पर्वत श्रृंखला में स्थित ये मंदिर उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले में पड़ता है। ये पर्वत श्रृंखला मन्दाकिनी और अलकनंदा नदी घाटियाँ बनाती हैं। माना जाता है कि तुंगनाथ मंदिर 1000 वर्ष पुराना है और इस मंदिर को भी पांडवों से जोड़कर देखा जाता है।

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