Dhari Devi|धारी देवी: उत्तराखंड की अधिष्ठात्री देवी |
धारी देवी उत्तराखंड की एक प्रसिद्ध देवी हैं, जिन्हें राज्य की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। इनका मंदिर श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के बीच अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि इसकी एक अद्भुत पौराणिक कथा भी जुड़ी हुई है।
धारी देवी का इतिहास और महत्व
पौराणिक कथा: कहा जाता है कि प्राचीन काल में धारी देवी की मूर्ति एक बाढ़ में बह गई थी और यह मूर्ति धारो गाँव के पास एक चट्टान पर जाकर रुकी थी। ग्रामीणों ने इस मूर्ति को स्थापित किया और तब से यह मंदिर प्रसिद्ध हो गया।
अद्भुत शक्ति: मान्यता है कि धारी देवी की मूर्ति दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। सुबह वे एक कन्या, दोपहर में एक युवती और शाम को एक वृद्धा के रूप में दिखाई देती हैं।
चार धाम की रक्षिका: धारी देवी को उत्तराखंड के चार धाम (यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ) की रक्षिका माना जाता है।
108 शक्ति पीठों में से एक: धारी देवी का मंदिर भारत के 108 शक्ति पीठों में से एक है।
मंदिर की विशेषताएं
अलकनंदा नदी के किनारे: मंदिर अलकनंदा नदी के तट पर स्थित है और इसका प्राकृतिक सौंदर्य बहुत मनमोहक है।
देवी की मूर्ति: मंदिर में देवी धारी की मूर्ति का ऊपरी आधा भाग स्थित है, जबकि मूर्ति का निचला आधा भाग कालीमठ में स्थित है, जहां उन्हें देवी काली के रूप में पूजा जाता है।
वास्तु शैली: मंदिर हिंदू वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
धार्मिक महत्व
धारी देवी मंदिर उत्तराखंड के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां लोग अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की कामना करते हैं और देवी के आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं। नवरात्रि के दौरान यहां विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं।
धारी देवी मंदिर की यात्रा
यदि आप उत्तराखंड की यात्रा कर रहे हैं तो धारी देवी मंदिर जरूर जाएँ। यह एक शांतिपूर्ण और पवित्र स्थान है जहां आप आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।
यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपको धारी देवी मंदिर की यात्रा करने से पहले जाननी चाहिए:
कैसे पहुंचें: आप ऋषिकेश या देहरादून से बस या टैक्सी द्वारा धारी देवी मंदिर पहुंच सकते हैं।
कब जाएँ: नवरात्रि के दौरान मंदिर में सबसे अधिक भीड़ होती है।
क्या ले जाएं: आपको अपने साथ एक छोटा सा बैग, पानी की बोतल और धूप का चश्मा ले जाना चाहिए।
क्या पहनें: आपको मंदिर में साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए।
धारी देवी मंदिर की यात्रा एक यादगार अनुभव होगी।
क्या आप धारी देवी मंदिर के बारे में और जानना चाहते हैं?
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Dhari Devi|धारी देवी: उत्तराखंड की अधिष्ठात्री देवी |
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