उत्तराखंड महत्वपूर्ण सामान्य जानकारी/Uttarakhand Important General Information |
उत्तराखंड महत्वपूर्ण सामान्य जानकारी
- उतराखण्ड में सौभाग्य योजना की शुरूआत 9 मार्च 2018 को | हुयी थी
- स्थानीय बोली में थारू परिवार को संग नाम से जानते हैं
- वाल्टन ने अपनी पुस्तक में पर्वतीय क्षेत्रों में हाथ से बने कागज के प्रयोग का वर्णन किया
- मालपा भूस्खलन में प्रसिद्ध नृत्यांगना प्रोतिमा बेदी का निधन हुआ था
- चमोली जनपद की नीति घाटी में बगड़वाल नृत्य प्रसिद्ध है
- राज्य के प्रथम पद्म श्री प्राप्त व्यक्ति सुखदेव पांडे जी को शिक्षा के क्षेत्र में 1956 में पुरस्कार से सम्मानित किया गया राज्य के द्वितीय पदम श्री प्राप्त व्यक्ति लक्ष्मण सिंह जंगपागी हैं, जिनका सम्बन्ध ट्रैड से है
- सतीश चंद्र काला का सम्बन्ध सिविल सेवा से है
- सुधीर रंजन कास्तगीर का सम्बन्ध चित्रकारी से है
- अनुराधा पौडवाल का सम्बन्ध गायकी से है
- गोपेश्वर त्रिशूल लेख में संस्कृत भाषा का प्रयोग हुआ है।
- धाकुड़ी नामक पर्यटक स्थल बागेश्वर जनपद में स्थित है
- मसूरी में स्थित लाल बहादुर शास्त्री अकादमी चार्लेविल एस्टेट में स्थापित की गयी, 1972 में अकादमी का नाम लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर रखा गया
- देवनागरी लिपि के आधार पर भोटी लिपि का आविष्कार थोनमी सम्भोटा ने किया
- व्यक्तिगत सत्याग्रह आरम्भ करने हेतु उतराखण्ड में प्रथम बैठक डांडामंडी नामक स्थान पर हुयी
- पश्चिमी रामगंगा को अपनी सीमा बनाने के लिए गढ़वाल व कुमाँऊ के राजा आपस में युद्धरत रहते थे
- रावण की तपस्थली वैरास कुंड चमोली जनपद में स्थित है।
- सर्वप्रथम मुद्राये जारी करने वाला परमार शासक लखनदेव था।
- उतराखण्ड देश का प्रथम राज्य जिसने आपदा प्रबंधन मंत्रालय का गठन किया
- सूरीधार बांध यमुना नदी पर बना हुआ है
- लाल कुर्ती बाजार रानीखेत में है
- देवस्थानम बोर्ड अधिनियम 10 दिसम्बर 2019 को विधानसभा में पारित हुआ और 15 जनवरी 2020 को राज्यपाल द्वारा अनुमति दी गई
- प्रदेश की पहली एनिमल ऐंबुलेंस नीलम वैन हरिद्वार में शुरू की गई
- बकरी स्वयंवर का प्रोग्राम पंतवाडी टिहरी गढ़वाल में होता है।
- जियो टेक्सटाइल तकनीक का प्रयोग करने वाला प्रथम बुग्याल दयारा बुग्याल उतरकाशी है, जिसकी मदद से भूक्षरण रोकने का प्रयास किया जायेगा
- कटबंदी मेला खिर्स पौड़ी गढ़वाल में लगता है। सुलेमान शिकोह की स्मृति में बादशाही मेला टिहरी गढ़वाल में लगता है।
- चमोली के उर्गम घाटी में वंशी नारायण का प्राचीन मंदिर स्थित है जिसके कपाट रंक्षाबंधन के दिन एक दिन के लिए खुलते है
- देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केन्द्र उतरकाशी जनपद में बनेगा
- पछावन देवी की पूजा थारू जनजाति के लोगों द्वारा की जाती है
- अम्बर धरा ईको पार्क धनोल्टी टिहरी गढ़वाल में स्थित है
- कुर्माचल केसरी पुस्तक के लेखक सुधा जोशी है
- बाउली गढ़ का किला पिथौरागढ़ जनपद में स्थित है
- दिदूरी ताल ऊखीमठ में स्थित है
- विष्णु प्रयाग के पास जय-विजय नामक पर्वत है
- कफरकोट गुफा अल्मोड़ा जनपद में स्थित है
- पनपतिया ग्लेशियर रूद्रप्रयाग जनपद में स्थित है।
- नायक सुधार आंदोलन का सम्बन्ध वैश्यावृति प्रथा से था
- गाय को राष्ट्र माता घोषित करने वाला देश का पहला राज्य उत्तराखण्ड है
- तीन गढ़ नामक स्थान काशीपुर में स्थित है
- देहरादून डाटकाली के निकट बनी सुरंग का नाम विश्वश्वरैया सुरंग के नाम पर रखा गया है
- लमगड़ा उपतहसील अल्मोड़ा जनपद में है
- शामा उपतहसील बागेश्वर जनपद में है
- 1 नवम्बर 2012 को उतराखण्ड ग्रामीण बैंक की स्थापना हुयी
- श्रीराम सेवक सभा की स्थापना 1918 में की गयी
- श्री हरिकीर्तन सभा की स्थापना 1940 में नैनीताल में की गयी
- हर्षचरित में उतराखण्ड के लिए तुषार शैल या श्री पर्वत कहा गया
- नरसिंह स्टेडियम रानीखेत में स्थित है
- उतराखण्ड तागा बैंक की स्थापना अल्मोडा में हुई
- सारस नामक संस्था खटीमा में स्थित है
- रूफ हार्वेस्टिंग का सम्बन्ध बरसाती पानी संचय से है
- आशियाना पार्क रानीखेत में स्थित है
- सलाया देवता के मंदिर में पत्थर का प्रसाद चढ़ाया जाता है
- त्रियुगी नारायण मंदिर यज्ञ पर्वत की ढाल पर स्थित है
- नल कुंड गुप्तकाशी में स्थित है
- ताऊ जी जलाशय देहरादून में गजेन्द्र दत नैथानी के नाम पर है, जिसे सूर्यधार वैराज भी कहा जाता है
- दोफाड़ वैली बागेश्वर जनपद में है
- राज्य फिल्म नीति 2015 में बनी
- हिमालय को नेकलैस अल्मोड़ा को कहा जाता हिमालयन संगीत शोध संस्थान हल्द्वानी में स्थित है।
- गढ़वाली बोली का प्रथम नाटक जय-विजय है।
- बाबा रामदेव का पूरा नाम रामकृष्ण यादव है
- गोलू देवता द गॉड ऑफ जस्टिस पुस्तक के लेखक सीएम अग्रवाल है
- बग्गी-बग्गा खेल का सम्बन्ध थारू जनजाति से है
- नागणी देवता का मंदिर डुण्डा उतरकाशी में बालखिला पर्वत पर स्थित है
- 2 सितम्बर को गढ़वाल दिवस को मसूरी गोली कांड की स्मृति में मनाया जाता है
- रूद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान में जिम कार्बेट ने नरभक्षी को मारा था
- रानीखेत के गोपाल उप्रेती ने 6.1 फिट धनिया का लम्बा पौधा उगाकर गिनीज बुक रिकार्ड बनाया, गोपाल उप्रेती को एप्पल मैन भी कहा जाता है
- 28 मई 2020 को रिवर्स पलायन के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का शुभारम्भ किया गया
- वर्चुवल क्लासेस शुरू करने वाला उतराखण्ड देश का पहला कृषि भूमि को पट्टे में देने वाला देश का पहला राज्य उतराखण्ड बना
- 22 जनवरी 2020 को सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सीएम रूफटॉफ सोलर योजना का शुभारम्भ हुआ
- उतराखण्ड देश का नर्सरी एक्ट लागू करने वाला पहला राज्य देश का पहला एनिमल क्वारंटाइन सेंटर जिम कार्बेट नेशनल पार्क में बनाया गया
- गढवीर महाकाव्य की रचना रूपमोहन सकलानी ने की गढ़वाल क्षेत्र से प्रथम विधायक कुशलानंद गैरोला बने पुराने समय में टिहरी को धुनारों की बस्ती कहा जाता है
- सिमलसारी गुफा उतरकाशी जनपद में स्थित है
- देश का प्रथम लाइकेन पार्क पिथौरागढ के मुनस्यारी में स्थापित किया गया, राज्य में 600 किस्म के लाइकेन पाये जाते है कुमाऊँनी लोक गायकी का स्तम्भ हीरा सिंह राणा (हिरदा) को कहा जाता है
- मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने सभी विश्वविद्यालयों को एक पोर्टल से जोड़ने के लिए ई-ग्रंथालय पोर्टल की शुरूआत की
- एशिया की सबसे बड़ी आईएलएमटी दूरबीन की स्थापना नैनीताल के मुक्तेश्वर में की गयी
- महामारी रोग अधिनियम 1897 के नियमों में बदलाव करने वाल उतराखण्ड देश का तीसरा राज्य बना
- राज्य में कुल 10 चीनी मिले हैं
- द्वितीय रंगीलो बैराट उतरकाशी जनपद को कहा जाता है कांठमाडू का प्राचीन नाम कांतिपुर है
- बद्रीनाथ धाम में शंख ध्वनि नहीं बजायी जाती है हिमालय संग्रहालय उतरकाशी की स्थापना 1987 में हुयी थी
- रूड़की विवि पर 1997 में 8रू0 का डाकटिकट जारी हुआ
- देवीधुरा मेला चम्पावत जनपद के खोलीखांण में दुबचौड मैदान में लगता है
- 1930 में केदारनाथ व बद्रीनाथ जाने वाले धनी यात्रियों के लिए हिमालय एयरवेज नामक कंपनी ने हरिद्वार से गौचर हवाई सेवा आरम्भ की
- उतराखण्ड विद्यालयी शिक्षा अधिनियम सन् 2006 को राज्य द्वारा 22 अप्रैल 2006 से लागू किया गया
- 2 मई 2001 को केन्द्र सरकार ने उतराखण्ड को 1 अप्रैल 2001 से विशेष राज्य का दर्जा प्रदान किया, जिससे राज्य को केन्द्रीय सहायता में 90 प्रतिशत हिस्सा अनुदान का व 10 प्रतिशत हिस्सा ऋणों का है
- 1952 से 1971 तक गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से भक्त दर्शन लगातार 4 बार लोकसभा के लिए चुने गए
- 1952 से 1957 तक टिहरी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए कमलेन्दुमति शाह चुनी गई और इनके बाद 8बार महाराजा मानवेन्द्र शाह लोकसभा के लिए चुने गए
- 1971 से 1977 तक टिहरी संसदीय क्षेत्र से परिपूर्णानंद पैन्यूली लोकसभा के लिए चुने गए. यह एक मात्र नेता थे जिसने टिहरी महाराज मानवेन्द्र शाह को हराया था
- 1952 से 1957 तक अल्मोड़ा संसदीय सीट से लोकसभा के लिए देवीदत पंत चुने गये
- प्रथम आमचुनाव में नैनीताल संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए सी०डी० पांडे चुने गये
- हेमवंती नंदन बहुगुणा ने केन्द्र सरकार में संचार व पेट्रोलियम मंत्रालय का कार्यभार संभाला
- नारायण दत्त तिवारी जी ने केन्द्र में कैबिनेट मंत्री विदेश, व्यापार व वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का कार्यभाल संभाला है
- भुवनचंद्र खण्डूरी ने केन्द्र सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार संभाला था
- सते सिंह राणा को टिहरी के महाराजा ने टिहरी गढ़वाल का प्रथम S.D.M नियुक्त किया, जो 1952 को देवप्रयाग सीट पर प्रथम विधायक चुने गये
- तारादत उनियाल इलाहबाद उच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त होने वाले प्रथम उतराखण्डी थे सुभाषिनी बर्त्वाल उतराखण्ड आंदोलन में C.B.I मुकद्मा झेलने वाली प्रथम महिला, जिसे मसूरी कांड के पुलिस अधिकारी उमाकांत त्रिपाठी की हत्या के लिए C.BI जांच से गुजरना पड़ा
- कंकड़-पत्थर, सुन्दर-असुन्दर रचनाएं चद्रकुँवर बर्त्वाल जी द्वारा लिखी गयी हैं
- कगार की आग हिमांशु जोशी की रचना है
- आखिर क्या हुआ रचना पंकज बिष्ट द्वारा लिखी गयी है
- तिब्बत की बेटी, कहाँ है स्वर्ग, सैनिक व कैसे-कैसे लोग, जै जग्दीश हरे, यह रचना बल्लभ डोभाल जी द्वारा लिखी गयी है
- सक्सेस फाम वॉटर लाइफ, लढौर डेज, फेन्डस इन स्मॉल रचना के लेखक रस्किन बांड है
- जयश्री ट्रस्ट के संस्थापक बुद्धिबल्लभ थपलियाल है 1984 में इसकी स्थापना की गयी थी
- यश्री सम्मान पुरस्कार गढ़वाली साहित्य को प्रोत्साहन बढावा देने हेतु दिया जाता है
- दूनश्री सम्मान, पर्वतजन सम्मान, गढ़गौरव सम्मान व दीपशिखा सम्मान पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी योगदान के लिए दिया जाता है • राजकीय होटल मैनेजमेंट व कैटरिंग संस्थान देहरादून के पटेलनगर में स्थित है
- राजकीय पादप एवं जैविकी अनुसंधान ब्यूरो भुवाली नैनीताल में स्थित है
- आम्रपाली इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट हल्द्वानी में स्थित है।
- लालबहादुर शास्त्री तकनीकी शिक्षा संस्थान हल्दू चौड़ नैनीताल जनपद में स्थित हैं
- पटवारी प्रशिक्षण संस्थान अल्मोंडा जनपद में स्थित है।
- राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की एक शाखा देहरादून में स्थित है
- उतराखण्ड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड देहरादून में स्थित है
- लघु उद्योग सेवा संस्थान हल्द्वानी में स्थित है
- राष्ट्रीय लघु उद्योग विकास निगम उधमसिंह नगर में स्थित है प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय नैनीताल में स्थित है।
- प्रथम शिक्षा सचिव एन0 रविशंकर थे
- उतराखण्ड हेतु गठित पहला आयोग फजल अली आयोग था
- उच्चत्तम (सर्वोच्च न्यायालय) में न्यायाधीश बनने वाले प्रथम उतराखण्डी तारादत उनियाल थे
- राज्य के प्रथम गढपति श्री नृसिंह देव थे
- 1986 में शराब बन्दी हेतु मंगल दलों का गठन किया गया बृजमोहन नेगी का सम्बन्ध चित्रकार व शिल्पकार से सम्बन्धित है
- जिम कार्बेट ब्रिटिश सेना में कर्नल रैंक पद पर थे। • खुशहाल बच्चा, खुशहाल समाज सूत्र के जनक सिरिल रैफियल थे
- सिरिल रैफियल 1992 पृथ्वी सम्मेलन में एंजेडा-21 सतत विकास निर्धारण में प्रमुख योगदान है
- वंदना शिवा की पुस्तक वैदिक इकोलॉजी है, जिन्हें 2010 में सिडनी शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ
- टिहरी निवासी जगदम्बा प्रसाद थपलियाल जीवविज्ञानी है
- बृजमोहन पांडे अल्मोडा से सम्बन्धित सुप्रसिद्ध पुरातत्ववेता है
- तीन तारे, हिम का साथी, कालापानी व सुबह के सूरज बाल साहित्य के रचनाकार हिमांशु जोशी है
- भूतो की बरात उपन्यास के रचनाकार इलाचंद जोशी है
- हिमालय के वरदान, मिट्टी में सोना व अन्धेरे से उजाला पुस्तक के लेखक मोहनलाल बाबूलकर है।
- डॉ एस० एम० शुगर कंपनी काशीपुर की स्थापना 1937-38 के आस-पास हुयी
- इलेक्ट्रानिक्स और टेलीफोन फैक्ट्री रामगढ नैनीताल में स्थित है
- 1938 में ज्योलीकोट में मधुमक्खी पालन केन्द्र की स्थापना हुयी
- उतराखण्ड अल्पसंख्यक कल्याण तथा वक्फ विकास निगम की स्थापना जनवरी 2005 को हुयी
- भिटाव जलप्रपात बागेश्वर जनपद में स्थित है
- हजूरै-हजूरै नृत्य विस्सू मेले का पारम्परिक धुम्मसू लोकनृत्य है जिसका अर्थ आइये श्रीमान् आइये से है, इस नृत्य को स्थानीय भाषा में फुर्निया कहते है
- पंजो के फर को पैरासूट बनाकर उड़ने वाली दुर्लभ गिलहरी गंगोत्री नेशनल पार्क में देखी गयी है जिसे ICUN ने 70 साल पहले विलुप्त माना था
- 2020 में अल्मोड़ा के छाना गांव में तिवारी परिवार के पास चंद शासक रूद्रचंद का कुमाऊँनी भाषा में लिखित ताम्रपत्र मिला
- महरुडी वन्य जीव विहार की स्थापना में मुख्य योगदान ललित मोहन नयाल जी का है
- सूई का सूर्य मंदिर चम्पावत जनपद में स्थित है
- उशटाड़ा-विशटाडा पंचायत का सम्बन्ध जौनसारी जनजाति से है
- उद्धव चोरी नामक स्थान चमोली जिले में स्थित है
- ONGC देहरादून में 2005 को देश का पहला ऑयल म्यूजियम बनाया गया
- किलमोंडा का वैज्ञानिक नाम बरबरिस लेसियम है।
- राज्य वाहनों के नम्बर प्लेटों पर U.K सीरिज की शुरुआत 1 नवम्बर 2007 से प्रारम्भ की गयी
- उतराखण्ड ग्रामीण बैंक की स्थापना 4 बैंको को मिलाकर की गई- अल्मोंडा किसान ग्रामीण बैंक, अलकनंदा ग्रामीण बैंक, गंगा-जमुना ग्रामीण बैंक व पिथौरागढ किसान ग्रामीण बैंक
- नव चण्डी में मनसा देवी को दशम शक्ति कहा गया
- शंभु व निशंभु पर्वत नीलकंठ महादेव के पास स्थित है।
- उतराखण्ड की सबसे बड़ी व्यापारिक मंडी हल्द्वानी में है
- ISO प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला उतराखण्ड का प्रथम
- मिष्टान भंडार कुमार स्वीट शॉप देहरादून है
- 10 रंगीलो बैराट नामक स्थान अल्मोडा के गेवाड़ क्षेत्र के अलावा उतरकाशी जिले में भी पड़ता है
Follow Us